बिजली दरों में वृद्धि का विरोध: ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुहेला ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा, भाजपा सरकार पर लगाए गंभीर आरोप...

विश्वनाथ द्विवेदी//सुहेला: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिला स्थित सुहेला में आज ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने बिजली दरों में की जा रही लगातार वृद्धि को लेकर भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेसजनों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि मौजूदा सरकार आम जनता की जेब पर सीधा वार कर रही है। यह ज्ञापन कनिष्ठ यंत्री, विद्युत मंडल कार्यालय सुहेला को सौंपा गया। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भुवनेश्वर वर्मा ने कहा कि बिजली जीवन की बुनियादी आवश्यकता है।
बिजली कटौती से किसान परेशान:
लेकिन भाजपा सरकार ने इसे आम जनता के लिए बोझ बना दिया है। किसान, व्यापारी और गृहस्थ सभी इससे त्रस्त हैं। अब चुप रहना अन्याय को स्वीकार करना होगा। ज्ञापन में कांग्रेसजनों ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने घरेलू बिजली दरों में 10 से 20 पैसे प्रति यूनिट और व्यवसायिक दरों में 25 पैसे प्रति यूनिट तक की बढ़ोतरी की है। जबकि सरकारी विभागों पर करोड़ों की राशि बकाया है, फिर भी आम जनता से नियमित वसूली की जा रही है। साथ ही प्रदेश भर में अघोषित बिजली कटौती ने किसानों और व्यापारियों को परेशान कर रखा है।
प्रदेशभर में करेगी आंदोलन :
कांग्रेस ने 2003 से लेकर अब तक की बिजली दरों की तुलना भी पेश की। बताया गया कि वर्ष 2003-04 में बिजली की दर ₹3.30 प्रति यूनिट थी, जो 2017-18 तक ₹6.40 पहुंच गई। कांग्रेस सरकार के 5 वर्षों (2018-2023) में दरें स्थिर रहीं और केवल ₹0.02 की मामूली बढ़ोतरी हुई, जबकि भाजपा की मौजूदा सरकार ने सिर्फ डेढ़ साल में ही दरें ₹6.22 से बढ़ाकर ₹7.02 कर दीं। कांग्रेस ने इसे आम जनता के साथ खुला अन्याय करार दिया।कार्यक्रम प्रभारी समीर अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में बिजली संकट लगातार गहराता जा रहा है। अघोषित कटौती आम बात हो गई है और जनता को महंगी दर पर बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह किसान विरोधी और गरीब विरोधी नीति है, और कांग्रेस इस अन्याय के खिलाफ प्रदेशभर में आंदोलन करेगी।
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